बक्सर:प्रखंडक्षेत्रमेंइसबारलगातारबारिशहोनेसेकिसानोंकोउम्मीदथीकिइससालधानकीपैदावारबेहतरहोगी।लेकिन,विगतएकमहीनेसेखेतोंमेंलगातारपानीभरेरहनेसेधानकेपौधोंमेंगलकाऔरपतालपेटकरोगकाप्रभावतेजीसेबढ़रहाहै।इससेबचावकेलिएकिसानप्रतिदिनमहंगेकीटनाशकदवाकाइस्तेमालकररहेहैं।लेकिन,किसानोंद्वारादवाछिड़कावकाअसरनहींदिखरहाहै।जिससेकिसानठगीकेशिकारहोरहेहैं।
किसानोंकाकहनाहैकिदुकानोंपरअधिकतरदवानकलीमिलरहीहै।जिससेपौधोंपरकोईअसरनहींहोरहाहै।इसकोलेकरकृषिविभागद्वाराभीकोईनिर्देशजारीनहींकियागयाहै।सरकारद्वाराजारीनिर्देशकेआलोकमेंवहींदुकानदारदवाबेचसकताहै,जोकृषिविभागद्वाराप्रशिक्षितहैऔरप्रामाणिकताकेसाथदवाकीबिक्रीकरताहो।इसकेलिएप्रत्येकपंचायतोंमेंकृषिसलाहकारकीनियुक्तिभीकीगईहै।जिनकीदेखरेखमेंकिसानोंकोअपनेखेतोंकीपैदावारबढ़ानेकेलिएउचितदवाएवंउर्वरककाइस्तेमालकरनाहै।लेकिनकिसीभीपंचायतमेंकृषिसलाहकारसक्रियनहींहैं।विभागद्वारासभीकृषिसलाहकारोंकेदरवाजेपरबोर्डलटकादियागयाहै।लेकिनवेकिसानोंकेदर्दकोनहींसमझरहेहैं।कृषिसमन्वयककीभीजिम्मेवारीहै।लेकिनसरकारद्वाराकरोड़ोंरुपयेखर्चकरनेबादभीधरातलपरकोईलाभनहींदिखता।किसानमनोजत्रिगुण,हेठुआकेगिरजाशंकरसिंह,जमुनीडेहराकेदयाशंकरसिंह,जलहराकेडॉ.अरुणराय,छतुपुरकेजयनारायणओझानेबतायाकिकिसानोंकादुख-दर्दसुननेवालाकोईनहींहै।