देवरिया:शनिवारकोदोपहरबादकरीबतीनबजेथे।मदनपुरथानाक्षेत्रकेटड़वागांवमेंशेषनाथयादवअपनेदरवाजेपरबैठेथे।परिवारकेअन्यसदस्यघरकेभीतरथे।इसीबीचजम्मू-कश्मीरसेसेनाकेअधिकारीकाफोनआया।अधिकारीनेशेषनाथसेकहाकिआपकेपुत्रसंतोषयादवआतंकवादियोंसेमुठभेड़मेंबलिदानहोगए।यहसुनकरशेषनाथसन्नरहगए।उन्हेंइससूचनापरविश्वासनहींहोरहाथा।सेनाकेअधिकारीनेअपनीबातकईबारदोहराईतोयकीनहुआ।इसकेबादपरिवारमेंचीखपुकारमचगई।
दोभाइयोंमेंसंतोषयादवबड़ेथे।वहसेनाकेराष्ट्रीयरायफल्सकेजवानथे।जम्मू-कश्मीरकेशोपियांमेंतैनातथे।आतंकवादियोंसेमुठभेड़मेंउनकेबलिदानहोनेकीखबरतेजीसेजवारमेंफैलगई।दरवाजेपरधीरे-धीरेलोगोंकीभीड़जुटनेलगी।देरशामतकबड़ीसंख्यामेंलोगपहुंचेऔरस्वजनकोढांढसबंधारहेथे।घटनासेजहांहरकिसीकीआंखेंनमथींतोवहींलोगोंकेदिलमेंपाकिस्तानकेविरुद्धआक्रोशकीज्वालाजलरहीथी।सन्तोषकीपत्नीधर्मशीलाकीआंखोंसेलगातारआंसूबहरहेथे।मातामैनादेवीबदहवासहोगईथीं।बार-बारपुत्रकानामलेकरदहाड़ेमाररहीथीं।पिताशेषनाथकलेजेकेटुकड़ेकेऐसेबिछड़नेसेमर्माहतथे।लोगउन्हेंसंभालरहेथे।पुत्रीजाह्नवीवपलकदरवाजेपरजुटीभीड़कोअपलकनिहाररहीथी।उन्हेंक्यापताथाकिउनकेसिरसेपिताकासायाहमेशाकेलिएउठगयाहै।बलिदानीकेछोटेभाईभीसेनामेंतैनात
बलिदानीसंतोषयादवकेछोटेभाईमनोजयादवभीसेनाकेजवानहैं।वहबड़ेभाईकेतैनातीस्थलसेमहज40किलोमीटरदूरश्रीनगरमेंतैनातहैं।उन्हेंघटनाकीजानकारीमिलीतोवहघरकेलिएरवानाहोगए।सचौली-पटवनियागांवकेहैंमूलनिवासी
शेषनाथमूलरूपसेरुद्रपुरकेसचौली-पटवनियागांवकेरहनेवालेहैं।उनकीससुरालमदनपुरकेबरईपारमेंहै।उन्हेंअपनीससुरालबरईपारमेंनेवासामिलाहै,लेकिनबरईपारसेसटेगांवटड़वामेंभूमिखरीदकरमकानबनवाकरवर्षोंसेरहतेहैं।सितंबर2021मेंघरआएथेसंतोष
संतोषसितंबर2021मेंघरआएथे।उनकापरिवारदेवरियाशहरकेसोंदामेंकिराएकेमकानमेंरहताहै।उनकेदोपुत्रियांआठवर्षीयाजान्ह्वीवपांचवर्षीयापलकदेवरियामेंपढ़तीहैं।इंटरनेटमीडियापरश्रद्धांजलिदेनेकासिलसिलाजारी
बलिदानीसंतोषयादवकेबलिदानहोनेकीजानकारीहोनेपरइंटरनेटमीडियापरश्रद्धांजलिदेनेकासिलसिलाजारीहै।लोगजवानकीवीरताकोसलामकररहेहैं।हरकोईइसघटनासेदुखीहै।