जागरणसंवाददाता,राउरकेला:राउरकेलाकीअग्रणीकलाएवंनृत्यसंस्थापायलका35वांवाíषकोत्सवरिदम-2019,सिविकसेंटरमेंधूमधामसेमनायागया।कार्यक्रममेंमुख्यअतिथिदीपिकामहिलासमितिकीउपाध्यक्षसुमनलताउपस्थितथी।उन्होंनेकहाकिसंगीतकेमाध्यमसेहमेंआनंदमिलताहैयहनृत्ययासंगीतहोसकताहै।उन्होंनेदेशमेंगुरुशिष्यकीपरंपराकोमहानबताया।बच्चोंमेंछिपीप्रतिभाकोनिखारनेकेलिएइसतरहकेकार्यक्रमकेआयोजनकीउन्होंनेप्रशंसाकी।
कार्यक्रममेंराउरकेलागौरवअवार्डडॉ.संजयहातीउपस्थितथे।उन्होंनेकहाकिभारतीयसंगीतकलाढाईहजारसालसेअधिकपुरानीहै।नृत्यकेरस,भावअभिनयबिल्कुलअलगहै,इसमेंकथाऔरकत्थकनृत्यकीअलगहीपहचानहै।उन्होंनेकहाकिनृत्यहमेंअनुशासनसिखाताहै।उन्होंनेकहाकिहमेंप्राचीनसंस्कृतिकोनहींभूलनाचाहिए।वर्तमानमेंबच्चेगुरुकाअभिवादनगुडमॉíनंगकरतेहैंपरपहलेबच्चेपांवछूकरप्रणामकरकरतेथे।नृत्यसंगीतसंस्थानोंमेंअबभीयहपरंपराहै।कार्यक्रममेंसंस्थाकीप्रिसिपलकेतकीभट्टाचार्य,सचिवकृष्णलालभट्टाचार्य,अनुराधाबनर्जीइसमौकेपरनिर्णायककेरूपमेंउपस्थितथे।
इसमौकेपरममताघोष,रिमीचक्रवर्ती,समीक्षादास,मानसीचक्रवर्ती,सोनाचौधरी,डॉपूजापतिकोइसमौकेपरसम्मानितकियागया।श्रेष्ठछात्रकेरूपमेंदामिनीदासएवंचित्रकलामेंविश्वरंजननायककोसम्मानप्रदानकियागया।संस्थानकीछात्राओंकेद्वाराइसमौकेपररंगारंगसांस्कृतिककार्यक्रमप्रस्तुतकियागया।संचारीभट्टाचार्यएवंडॉक्टरपूजापतिनेइसकार्यक्रमकासंचालनकिया।