बोकारो:चासमेंजलसंकटनेविकरालरूपधारणकरलियाहै।पिछलेदोसप्ताहसेचासकीपेयजलापूर्तिबाधितहै,जिसकीवजहसेचासकीजनतात्राहिमामकरकररहीहै।जनताकीसुननेवालाकोईनहींहै।नगरनिगमकेजवाबदेहअधिकारियोंनेचासकीजनतासेअपनामुंहफेरलियाहै,जिसकाखामियाजाआजचासकीजनताभुगतनेकोविवशहै।जबकि,वर्ष2014मेंजलापूर्तियोजनाकेशुरूहोनेपरपानीकेस्थाईसमाधानकीउम्मीदजगीथी,लेकिनयोजनाकाविशेषलाभचासशहरीक्षेत्रकीजनताकोनहींमिलसका।अबइंटकवेलकेपंपमेंखराबीसेदोसप्ताहसेजलापूर्तिठपहै।जबकि,एकसप्ताहमेंमोटरकीखराबीकोदूरकरतेहुएजलापूर्तिबहालकरनेकीबातकहीगईथी,लेकिनदोसप्ताहसेअधिककावक्तबीतगया।ऐसालगरहाहैकिचासकीजनताकोनगरनिगमकेअधिकारीझूठाआश्वासनदेरहेहैं।बतायाजारहाहैकिमोटरबनानेकाकामचलरहाहै।ऐसेमेंआमलोगोंकीपरेशानीऔरबढ़गईहै।इधर,गर्मीकेबढ़नेकेसाथहीविभिन्नवार्डोंमेंडीपबोरिगभीजवाबदेनेलगेहैं।वहीं,कईडीपबोरिगमरम्मतकेअभावमेंवर्षोंसेबेकारपड़ेहैं।इनमेंसेकिसीकामोटरजलाहैतोकिसीमेंजलस्तरकेनीचेचलेजानेकेकारणपानीनिकलनाबंदहोगयाहै।इसस्थितिमेंचासकीजलापूर्तियोजनाकेफेलहोनेसेशहरमेंचारोंओरपानीकीभयंकरसमस्याउत्पन्नहोगईहै।
चासकी60फीसदआबादीजलापूर्तियोजनापरनिर्भर:चासजलापूर्तियोजनाफेज-एकसेहोनेवालीजलापूर्तिपरचासकीकरीब60फीसदआबादीनिर्भरहै।मगरजलापूर्तियोजनागर्मीकेमौसममेंहीलोगोंकोधोखादेरहीहै।हरसुबहलोगयहीसोचतेहैंकिअगरआजजलापूर्तिनहींहुईतोपानीकहांसेलाएंगे।बतादेंकिचासशहरमेंअभीपानीकेलिएएकमात्रविकल्पचासकीफेज-एकजलापूर्तियोजनाहै।जिसकेकुलपांचजलमीनारोंसेशहरकीकरीब60फीसदआबादीकोजलापूर्तिउपलब्धकराईजातीहै।पानीकीकमीकेकारणएकवक्तहीजलापूर्तिकीजातीहै।वहभीनियमितनहींहै।ऐसेमेंकिसीतरहसेलोगोंकीजरूरतपूरीहोतीहै।फिलहाल,नगरनिगमक्षेत्रमें692चापाकलव168डीपबोरिगहैं,लेकिनगर्मीकेआतेहीअधिकांशपानीदेनाबंदकरदेतेहैं।लोगजारकापानीखरीदकरअपनीप्यासबुझारहेहैं।
निजीपानीआपूर्तिकर्ताओंकीचांदी:चासकीजलापूर्तियोजनाकेठपहोनेसेनिजीपानीआपूर्तिकर्ताओंकीचांदीहोगईहै।इनदिनोंचासशहरमेंअपनीअच्छीखासीकमाईकररहेहैं।इनकीओरसे20रुपयेप्रति20लीटरकीदरसेपानीबेचाजारहाहै।इतनाहीनहींलोगोंकेघरोंकीटंकियोंमेंनिजीटैंकरोंसेपानीकीसप्लाईदेकरभीकमाईहोरहीहै।चासशहरमेंसुबहछहसेरातकरीबसातबजेतकहरगली-मोहल्लेऔरसड़कोंपरनिजीपानीआपूर्तिकर्ताओंकेवाहनदौड़लगातेदिखजातेहैं।