भक्तवब्राम्हणकाकभीनकरेंअपमान
संवादसहयोगीजामादुमका:
जामाप्रखंडक्षेत्रकेसेजाकोडागांवस्थितभर्गमहादेवमंदिरमेंशनिवारकोचौथेदिनकथासुननेकेलिएलोगोंकाजनसैलाबउमड़पड़ा।आचार्ययशोदानंदननेभगवानश्रीरामकेवनगमनकेप्रसंगकावर्णनकरतेहुएबतायाकिसंतभक्तऔरब्राह्मणकीकोईजातिनहीहोतीहै।येहमेशाभगवानकोसमर्पितहोतेहैं।इनकाकभीभीअपमाननहीकरनाचाहिए।
वनगमनकेसमयभीप्रभुश्रीरामकाभाइयोंकेप्रतिअगाधप्रेमबनारहा।श्रीरामनेबुराईरूपीराक्षसकासंहारकिया।
घमंडऔरअहंकारआनेपरलोगदुनियाकीसभीचीजोंकोतुच्छसमझनेलगतेहैं,इससेबचनाचाहिए।बलवानसेबलवानभीराजामहाराजाअहंकारमेंडूबगए,जिसकारणसियास्वयंबरमेंधनुषकोनहीतोड़सके।कथाकेमाध्यमसेआचार्यनेलोगोकोअहंकारऔरघमंडकोनहींकरनेकीसीखदी।कहाकिकृष्णनेजगतमेंप्रेमऔरकर्मकोप्रधानबतायाहै।जैसाहमाराकर्मऔरआचरणहोगावैसेहीफलकीप्राप्तिहोगी।
दुनियामेंभक्तिऔरभगवानकेबिनाकोईभीखुशनहीरहसकताहै।सिर्फभगवानकेचरणोंमेंहीसुखहैबाकीसभीजगहदुखहीदुखहै।मौकेपरबीरेंद्रमंडल,हराधनमंडल,अमरमंडल,रोहितयादव,काजलमुखर्जी,उदयकांतयादव,उमाशंकरयादव,गुड्डूयादव,बुलेशयादव,माणिकशीलविक्रमयादव,कामदेवमंडल,सुभाषशील,किशोरयादववसंजययादवआदिमौजूदथे।