अमावां:ग्रामीणअंचलसेआधुनिकताकीदौड़मेंदोबैलोंकीजोड़ियांवबैलगाड़ीलुप्तहोतीजारहीहै।इसलुप्तहोतीजारहीसभ्यताकोजीवंतकरनेकीपहलपिण्डारीकलामेंबैलगाड़ीकीप्रतियोगिताकराकरकीगई।
बैलगाड़ियोंकीइसप्रतियोगितामेंजिलेभरसेकिसानपिकपवाहनपरबैलगाड़ियोंकोलादकरपहुंचे।बैलगाड़ियोंकीइसप्रतियोगियामेंदर्जनोंप्रतिभागियोंनेभागलेकरवर्षोसेचलीआरहींपरम्पराकोकायमरखा।बैलगाड़ियोंकीदौड़मेंसुशीलयादवघुरवाराप्रथम,सुरेशयादवद्वितीयतथासर्वेशयादवरूपमाऊनेतृतीयस्थानप्राप्तकिया।इसप्रतियोगितामेंननकउमोनई,सुशीलघुरवारा,बाबामहापतगंज,रमेशचंडीपुरघुरवारा,नीरजपूरेबख्खा,पितंबरधुगा,रामचन्दरगोड़धरा,जगदीशकोटेदारबरुवन,राकेशयादवपिण्डारीकलां,विनोदलोदीपुरपप्पूपूरेमेहरवानमोहितहसनगंजरामसजीवनलोखड़हियाआदिनेहिस्सालिया।जिसमेंजीतकाताजडलमऊतहसीलकेघुरवारानिवासीसुशीलयादवकोमिला।कार्यक्रमकाआयोजनप्रधानमुन्ननयादवनेकराया।इसमौकेपरउमेशकुमारयादव,रामलखनयादव,जगदीशप्रसादयादवअमरेशयादव,रमेशयादव,गंगाप्रसादआदिउपस्थितरहे।