नवादा।प्रखंडकेबारतगांवस्थितकरीब60सालपुरानातालाबकाअस्तित्वदेखरेखकेअभावमेंसमाप्तहोनेकेकगारपरहै।इसतालाबमेंसालोंभरपानीभरारहनेसेजलस्तरभीबरकराररहताथा।लेकिनतालाबकेभरजानेसेजलसंचयनहींहोपाताहै।इसकेकारणआस-पासकेइलाकामेंगर्मीआतेहीजलसंकटउत्पन्नहोजाताहै।दैनिकजागरणकीटीमनेशुक्रवारकोबारतगांवस्थिततालाबकेपासपहुंची।इसकेसाथहीतालाबकापड़तालकियागया।पड़तालकेक्रममेंपायागयाकिदर्जनोंग्रामीणतालाबकानिरीक्षणकररहेथे।लोगआपसमेंबातचीतकररहेथेकिइसतालाबजीर्णोद्धारहोजायतोजलसंचयकासाधनबनजाएगा।इसकेसाथहीजलस्तरभीबरकराररखनेमेंकाफीउपयोगीहोगा।लोगोंकोजलसंकटसेजूझनानहींपड़ेगा।पड़तालकेक्रममेंलोगोंनेतालाबकीसाफ-सफाईकरानेपरविचारविमर्शकिया।इसकेसाथहीतालाबकेजीर्णोद्धारकोलेकरजागरूकताअभियानचलानेकानिर्णयलिया।
सिचाईंकेलिएथावरदान
-लोगोंनेबतायाकिबारततालाबमेंपानीरहनेकिसानोंको¨सचाईकार्यमेंकाफीसहूलियतहोतीथी।¨सचाईकार्यकेलिएइसतालाबकापानीवरदानमानाजाताथा।किसानोंकोफसलोंसेबेहतरउत्पादनप्राप्तहोताथा।लेकिनकईसालसेसूखारहनेकेकारण¨सचाईकार्यपरबुराअसरपड़रहाहै।
कबहुआथातालाबकानिर्माण
-लोगोंनेबतायाकिजमींदारीकेसमयकरीब60सालपहलेबारतगांवमेंतालाबकानिर्माणकरायागयाथा।जोकरीबदोएकड़भू-भागमेंफैलाथा।इसतालाबमेंसालोंभरपानीभरारहताथा।तालाबकेचारोंओरहरियालीछायारहताथा।पेड़-पौधोंसेलोगोंकोशुद्धहवामिलपाताथा।लोगवहांबैठकरविश्रामकियाकरतेथे।तालाबमेंपानीभरारहनेसेजलस्तरबरकराररहताथा।आस-पासकेकिसानोंकेलिए¨सचाईकार्यमेंकाफीउपयोगीमानाजाताथा।किसानअपनेखेतोंकी¨सचाईकरअच्छाउत्पादनहासिलकरतेथे।इसकेसाथहीमवेशियोंकाप्यासबुझानेमेंकाफीकारगरमानाजाताथा।लेकिनदेखरेखकेअभावमेंकाफीसिमटचुकाहै।इसकेसाथहीकईसालसेसूखापड़ाहै।वर्तमानमेंलोगोंद्वारातालाबकीभूमिपरकचरावगंदगीफेंकनेमेंउपयोगकियाजारहाहै।अगरसमयरहतेइसकाजीर्णोद्धारनहींहुआतोइसकाअस्तित्वसमाप्तहोजाएगा।
कहतेहैंग्रामीण
-तालाबमेंसालोंभरपानीभरारहताथा।इसतालाबकापानी¨सचाईकार्यकेलिएवरदानमानाजाताथा।किसानअपनेखेतोंकी¨सचाईकरबेहतरउत्पादनकरतेथे।लेकिनदेखरेखकेअभावमेंकईसालसेसूखापड़ाहै।इसकेजीर्णोद्धारकेलिएसभीलोगोंकोएकजुटहोकरसोचनाहोगा।
शिवनंदन¨सह,ग्रामीण।फोटो-07
-इसतालाबकेसूखजानेसेजलस्तरमेंकाफीगिरावटआयीहै।लोगोंकोजलसंकटसेजूझनापड़रहाहै।इसकेअलावे¨सचाईकार्यपरबुराअसरपड़रहाहै।तालाबकेजीर्णोद्धारकोलेकरसमाजकेहरएकवर्गकेलोगोंकोएकजुटहोकरजागरूकताअभियानचलायाजाय।
जर्नादन¨सह,ग्रामीण।फोटो-08
-इसतालाबमेंसालोंभरपानीभरारहताथा।जलस्तरभीबरकराररहताथा।लोगोंकेसमक्षपेयजलकीसमस्याउत्पन्ननहींहोतीथी।मवेशियोंकोप्यासबुझानेमेंकाफीकारगरथा।लेकिनदेखरेखकेअभावमेंकईसालसूखापड़ाहै।इसकेजीर्णोद्धारकोलेकरसभीलोगोंकोएकजुटहोकरपहलकरनीहोगी।
सुनीलकुमार,ग्रामीण।फोटो-09
-तालाबमेंपानीरहनेसेचारोंओरहरियालीछायारहताथा।लोगतालाबकेकिनारेंघंटोबैठकरआरामकरतेथे।इसतालाबकापानी¨सचाईकार्यकेलिएकाफीउपयोगीमानाजाताथा।लेकिनदेखरेखकेअभावमेंकईसालसेसूखापड़ाहै।लोगतालाबकीभूमिपरकचरावगंदगीफेंकनेमेंउपयोगकररहेहैं।इसकेजीर्णोद्धारकेलिएसरकारीस्तरभीपहलहोनीचाहिए।
अनुजकुमार,ग्रामीण।फोटो-10