बिहारकेअस्पतालोंमेंकोरोनामरीजोंकेलिएबेडकीमारामारीचलरहीहै।इसपरसियासतभीहोनेलगीहै।विपक्षकेनेताआरोपलगारहेहैंकिसरकारमेंइच्छाशक्तिकीकमीहै।तेजस्वीयादवनेआरोपलगायाकिकेंद्रनेहरियाणामें500बेडकाअस्थाईअस्पतालबनादिया।बिहारमेंभीइसतरहसेअस्पतालबनानाचाहिए।भास्करनेइसमामलेमेंकुछवरिष्ठपत्रकारोंसेबातकी,विशेषज्ञोंसेबातकीतो,कुछऑप्शननिकलकरसामनेआए,जहांउम्मीददिखतीहै।सरकारअगरचाहेतोइसतरहकीव्यवस्थाकरलोगोंकीजानबचासकतीहै।
ज्ञानभवन-बापूसभागारमेंअस्थाईअस्पतालबनानाबहुतआसान
बिहारसरकारनेप्रकाशोत्सवमेंलोगोंकेठहरनेऔरखाने-पीनेकीजोव्यवस्थाकीथी,उसीतरहएकअस्थाईअस्पतालबनसकताहै।वरिष्ठपत्रकाररविउपाध्यायबतातेहैंकिपटनाजैसेशहरमें1-2हजारबेडकाअस्थाईअस्पतालआसानीसेबनायाजासकताहै।सरकारयदिइच्छाशक्तिजाहिरकरेतोपटनामेंकईजगहउपलब्धहैं,जहांअस्पतालकानिर्माणकियाजासकताहै।कईऐसेसभागारहैं।पटनाकेज्ञानभवनऔरबापूसभागारमेंयहव्यवस्थातत्कालकीजासकतीहै।यहदोनोंसभागारपूरीतरहवातानुकूलितहैं।सिर्फऑक्सीजनकीव्यवस्थाकरबेडलगायाजासकताहै।कमडॉक्टरोंमेंभीज्यादामरीजोंकाइलाजसंभवहै।इसतरहकेछोटे-छोटेअन्यसभागारोंकाउपयोगभीसरकारकरसकतीहै।
छोटेअस्पतालोंसेबेडकीकमीकीजासकतीहैदूर
पटनाजिलेमेंलगभग5,000सेज्यादानिजीअस्पतालहैं,लेकिनमहज501नेहीनिबंधनकरायाहै।विशेषज्ञोंकेमुताबिकयहसभीअस्पताल10से50बेडकीक्षमतारखतेहैं।यदिसरकारइनसभीकोअपनेकब्जेमेंलेकरलोगोंकोइलाजमुहैयाकराए,तोबेडकीयहआपाधापीकमहोगी।यहीकामहरजिलेमेंकियाजासकताहै।विशेषज्ञोंकायहभीकहनाहैकिइसमामलेमेंसरकारलाचारइसलिएहै,क्योंकिउसकेपासऑक्सीजनडिस्ट्रीब्यूशनप्लाननहींहै।समुचितप्लानिंगकेसाथनिजीअस्पतालोंमेंयहव्यवस्ठाकरलोगोंकीजानबचाईजासकतीहै।
थोड़ीट्रेनिंगसेकामआसकतेहैं1.19लाखरजिस्टर्डडॉक्टर
बिहारमें40200एलोपैथिकडॉक्टरहैं।33922आयुषडॉक्टर,34257होम्योपैथीडॉक्टर,5203यूनानीऔर6130दांतकेडॉक्टरहैं।कुलमिलाकर1.19लाखडॉक्टरबिहारमेंरजिस्टर्डहैं।सरकारथोड़ीसीट्रेनिंगकराइनडॉक्टरोंकीभीसेवालेसकतीहै।
होटलोंमेंकेयरसेंटरबनाडॉक्टरोंकीतैनातीकाभीविकल्प
पटनामें327रजिस्टर्डहोटलहैं।इन्हेंकेयरसेंटरमेंतब्दीलकरएक-एकडॉक्टरभीतैनातकरदियाजाए,तोपरेशानीदूरहोसकतीहै।कईहोटलमालिकोंनेभीऐसाप्रस्तावसरकारकेसामनेरखाहै।कहाहैकिवोअपनाहोटलकोरोनामरीजोंकेलिएदेनाचाहतेहैं।ऐसेमेंसरकारकोपहलकरनेकीजरूरतहैकिइनसुविधाओंकाउपयोगहोसके।