जागरणसंवाददाता,नारनौल:क्षेत्रमेंगिरतेभूजलजलकीसमस्याकोदेखतेहुएकेंद्रसरकारनेअटलभूजलयोजनाकोभारतकेसातराज्योंमेंक्रियान्वितकियाहै,इसमेंप्रदेशकेचौदहजिलेशामिलहैं।जिसमेंमहेंद्रगढ़एकमहत्वाकांक्षीजिलाहै।भूजलकेज्यादादोहनकेकारणमहेंद्रगढ़डार्कजोन(अतिशोषित)मेंआगयाहै,जिसकाप्रभावयहांकेजलभृत(एक्विफर-जहांभूजलएकत्रितहोताहै)परहुआहै।
अटलभूजलयोजनाकेतहतमहेंद्रगढ़मेंभूजलकीमात्राबढ़ानेकेलिएकार्यचलरहेहैं,जिसकेतहतराज्यपरियोजनाप्रबंधनइकाईसेलोकविज्ञानसंस्थान(पीएसआइ)केडा.अनिलगौतम,डा.प्रभातसेमवाल,महेंद्रवाधवानीऔरमुकेशपाटिलआयेहुएथे।मुख्यअतिथिकेरूपमेंडा.हिमांशुकुलकर्णी(एसीडब्ल्यूएडीएमकेकार्यकारीनिदेशकऔरयोजनाआयोगकेपूर्वसदस्य)उपस्थितथे।
जिलेमेंचलरहेअटलभूजलयोजनाकेकार्यकोसमझनेकेलिएसिचाईभवननारनौलमेंबैठकहुई।जिसमेंडा.हिमांशुकुलकर्णीनेजिलापरियोजनाप्रबंधनइकाईसेकार्यपालकअभियंतासिचाईविभागनितिनभार्गव,आयईसीएक्सपर्टतुषारतांबेकर,ग्राउंडवाटरएक्सपर्टरोहितशुक्लाऔरएफसीइंडियासेजलभूविज्ञानीडा.मुकीमअहमद,स्थापत्यअभियंताअविनाशपतंगे,जलभूविज्ञानीओमकारकडेकरकेसाथचर्चाकी।जिसमेंजलभृतकेहोरहेदोहनकेबारेमेंकुलकर्णीनेचिताजताईऔरउससेसंबंधितटीमकेसाथकुछसुझावभीसाझाकिए।चर्चासत्रकेबादटीमनेनीमरानाकादौराकिया।
जहांडा.हिमांशुकुलकर्णीनेनीमरानाबावड़ी(पुरातनजलसंरक्षणसंरचना)केबारेमेंजानकारीदी।उन्होंनेबतायाकिअटलभूजलयोजनाकेतहतजलभृतकोपुनर्जीवनमिलेगा।साथहीदोजगहवाटररिचार्जस्ट्रक्चरकाभीजायजाकिया।टीमनेनारनौलऔरनांगलचौधरीतहसीलकेकुछगांवतोताहेड़ी,महरमपुरऔरढाणीकिरारोदअफगानगांवोंकाभीदौराकिया।जहांपररिचार्जस्ट्रक्चरसेकिसानोंकोक्यालाभहुआ।इसकेबारेमेंनितिनभार्गवसेचर्चाहुईऔरइससेसंबंधितक्याअच्छीचीजेंहोसकतीहै।डा.कुलकर्णीनेजिलाकार्यान्वयनभागीदार(एफसीइंडिया)केआइईसीटीमसेभीबातकी।जिसमेंटीमकेसाथअनुभवोंकोसाझाकियाऔरआगेहोनेवालेकार्योंमेंक्यारणनीतिअपनासकतेहैं,इसकेबारेमेंटीमकोमार्गदर्शितकिया।