जागरणसंवाददाता,अंबाला:पेटदर्दकीदवालेनीहोचाहेसीनेमेंदर्दकी।ओपीडीब्लॉककेअंदरदाखिलहोगएतोपहलेघंटोंलाइनोंमेंलगधक्का-मुक्कीकेबादसंबंधितडाक्टरकेपासनंबरआताहै।उपचारकेबादजबवहदवालेनेकेलिएकार्डलेकरदवाकाउंटरपरपहुंचतेहैंतोमरीजोंकेहाथमेंआधी-अधूरीदवाइयांहीथमाकरवापिसलौटादियाजाताहै।घंटोंबर्बादकरनेकेबावजूदभीउन्हेंबाहरसेदवाइयांखरीदनीपड़तीहैं।जीहां,हमबातकररहेहैंआधुनिकसुविधाओंसेलैसछावनीकेनागरिकअस्पतालकी।यहनजारासोमवारसुबह11:30बजेदेखनेकोमिला।नईओपीडीकेअंदरजिसहिसाबसेमरीजोंवतीमारदारोंकीसंख्यामेंइजाफाहुआहैएकओपीडीकेबाहरहीपचाससेसौलोगखड़ेदिखाईदेतेहैं।मरीजवतीमारदारोंकेबैठनेकीभीजगहकमपड़जातीहैमजबूरनउन्हेंफर्शपरहीबैठनापड़ताहै।बीमारीसेमरीजतोपरेशानहोतेहीहैंसाथतीमारदारभीअस्पतालकेअंदरभीड़कोदेखकरचकराजातेहैं।बावजूदअस्पतालप्रबंधनइनहालातोंपरकाबूपानेमेंअभीतकनाकामहै।दीवारोंपरशोपीसबनकररहगईएलसीडी
अस्पतालकेअंदरलाखोंरुपयेकीलागतसेमरीजोंकोजागरूककरनेकेउद्ेश्यसेएलसीडीलगाईगईथी।ओपीडीसेलेकरआईपीडीब्लॉककेसभीफ्लोरपरउन्हेंदीवारोंपरचस्पाभीकियाहुआहै।अधिकारियोंकीअनदेखीकेचलतेइनएलसीडीकोचलायाहीनहींजारहा।मरीजभीदीवारोंपरबंदएलसीडीकोदेखअस्पतालप्रबंधनकीकार्यप्रणालीकोकोसतेहुएचलेजातेहैं।शुरुआतीदौरमेंतरह-तरहकीबीमारियोंकेउपचारवबचावकेतरीकेकीजानकारीइन्हींएलसीडीसेदीजातीथी।बुजुर्गकेहार्टकीजांचकेलिएखानेपड़ेधक्के
शाहाबादनिवासीरामपालअपनेपिता67वर्षीयपितारामस्वरूपकेहार्टकीजांचकरवानेकेलिएधक्केखानेपड़े।अस्पतालमेंदोघंटेतकचक्करकाटनेकेबादभीउपचारनहींमिलातोमजबूरनचंडीगढ़लेकरचलेगए।रामपालकाकहनाथाकिवहसुबह9बजेपिताकोलेकरओपीडीमेंपहुंचगएथे।पहलेतोरजिस्ट्रेशनकाउंटरवओपीडीकेबाहरलाइनोंमेंलगकरफीजिशियनतकपहुंचें।वहांसेउन्हेंफिरआईपीडीब्लॉककेहार्टसेंटरभेजदिया।जहांडाक्टरहीमौजूदनहोनेपरवापिसभेजदिया।आखिरमेंवहहारकरमरीजकोपीजीआईलेकरचलेगए।छहदवाओंमेंसेदोबाहरकीलिखी
बराड़ाकेराजोखेड़ीनिवासीरणजीत¨सहनेबतायाकिवहसिक्योरिटीगार्डकाकामकरताहै।दोघंटेकीछुट्टीलेकरअस्पतालमेंपेटवटांगोंमेंदर्दकीदवालेनेपहुंचाथा।11:30नंबरआयातोदवाकाउंटरसेकार्डमेंलिखीछहदवाओंमेंचारथमादीगई।बाकिपरलालटीकाकरबाहरसेलेनेकेलिएभेजदिया।कमसेकमदवाएंतोपूरीमिलनीचाहिए।