-15अगस्त1995कोतत्कालीनप्रधानमंत्रीपीवीनरसिम्हारावनेबालौरसेशुरूकीथीयोजना
-प्रथमविश्वयुद्धसेलेकरभारत-चीनयुद्धमेंभीदियायोगदानफोटो-11व12:
चलोगांवकीओर...जागरणसंवाददाता,बहादुरगढ़:
शहरसेचंदकिलोमीटरदूरबसाबालौरगांवकईमायनोंमेंखासहै।मिडडेमीलयोजनाकाजिक्रकरतेहीइसगांवकानामखुदबखुदमनमेंउभरआताहै।यहीवहगांवहैजहांसेइसयोजनाकीशुरूआतहुईथी।तत्कालीनप्रधानमंत्रीपीवीनरसिम्हाराव15अगस्त1995कोबालौरसेहीइसयोजनाकोशुरूकरनेआएथे।
बालौरकाइतिहासकरीब500सालपुरानाहै।यहगांवसन1521मेंबसाथा।चूंकिरावबालानेयहगांवबसायाथा,इसलिएगांवकानामबालौररखागया।बहादुरगढ़औरइसकेआसपासकेक्षेत्रमेंयहअकेलाअहीरबहुलगांवहै,मगर36बिरादरीयहांमिल-जुलकररहतीहै।अढ़ाईदशकपहलेचर्चितहुआथाबालौरगांव:
वैसेतोइसगांवसेकईखासबातेंजुड़ीहुईहैं,मगरकरीबअढ़ाईदशकपहलेयहगांवतबज्यादाचर्चितहुआ,जब15अगस्त1995कोतत्कालीनप्रधानमंत्रीपीवीनरसिम्हारावयहांसेमिडडेमीलयोजनाकीशुरूआतकरनेआएथे।तभीसेसरकारीस्कूलोंमेंयहयोजनाचलरहीहै।तबसेहीयहगांवऔरज्यादाखासहै।स्वच्छऔरशांतिप्रियहैबालौरगांव:
इसगांवकोहलकेकेस्वच्छऔरशांतिप्रियगांवोंमेंसेएकमानाजाताहै।यहांकेबुजुर्गबतातेहैंकिइसगांवकोबसानेवालेरावबालाकागौत्रखोलाहै।रावबालाकेवंशजआसबथे।उनकेवंशजलख्मीदास,ओधोवरायमलथे।गांवमें14विश्वेव6विश्वेमालकानकेअलावाकईगौत्रकेनिवासीरहतेहैं।गांवमेंराधा-कृष्णवहनुमानमंदिरप्रमुखपूजनीयस्थलहै।गांवमेंप्रवेशकरतेहीमंदिरमेंलगीभगवानहनुमानकीविशालप्रतिमाहरकिसीकोभक्तिसेसराबोरकरदेतीहै।यहांकेकईवीरोंनेदीहैदेशकेलिएकुर्बानी:
देशसेवाऔरआजादीकीलड़ाईमेंभीबालौरकायोगदानकमनहींरहाहै।प्रथमविश्वयुद्धसेलेकरस्वतंत्रताआंदोलनऔरभारत-चीनयुद्धमेंभीयहांकेवीरोंनेअदम्यसाहसकापरिचयदिया।स्वतंत्रतासंग्राममेंमनफूलसिंह,मूलचंदऔररामकलानेयोगदानदिया।वहींप्रथमविश्वयुद्धमेंचुन्नाराव,मुन्नीरामवखुशियानेबलिदानदिया।वहींभारत-चीनयुद्धमेंशेरसिंहवकृष्णयादवनेअपनेप्राणोंकीआहुतिदी।वहीं1991मेंपरसरामयादवभीदेशकेलिएशहीदहुए।सरपंचसतबीरकाकहनाहैकिशुरूसेहीयहगांवशांतिप्रियरहाहै।