ग्रम रक्ष दल प्रखंड अध्यक्ष पलस

इंटर परीक्षा के तीसरे दिन शुक्रवार को वारिसलीगंज के एक परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचने वाले परीक्षार्थियों को उस वक्त असहज स्थिति का सामना करना पड़ा, जब उन्हें सरेआम मुर्गा बना दिया गया। उठक-बैठक कराई गई। थप्पड़ भी जड़े गए। गेट के बाहर रहे लोग अपने मोबाइल पर इस प्रकरण का वीडियो बनाते नजर आए और तस्वीरें भी खींची। इसके बाद केंद्र पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी से लेकर पूरे प्रबंधन की जमकर किरकिरी हुई। पूरा मामला वारिसलीगंज स्थित महिला कॉलेज परीक्षा केंद्र का है। बताया जाता है कि करीब एक दर्जन परीक्षार्थी केंद्र पर महज पांच मिनट विलंब से पहुंचे थे। तब केंद्र पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी भड़क गए और उन्हें सरेआम गेट परिसर के भीतर मुर्गा बना दिया। उन परीक्षार्थियों से कई बार उठक-बैठक भी कराई। वायरल वीडियो में एक-दो परीक्षार्थियों को थप्पड़ जड़ते भी देखा गया है। इसके बाद दंडाधिकारी का गुस्सा शांत हुआ और परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति दी। हालांकि थप्पड़ कौन जड़ रहे हैं यह वीडियो में स्पष्ट नहीं हो रहा है। पूरे घटनाक्रम के दौरान गेट के बाहर खड़े रहे लोग मोबाइल से फोटो-वीडियो भी बनाते नजर आए। इस व्यवहार से परीक्षार्थी काफी परेशान दिखे। दंडाधिकारी के इस बर्ताव को देख लोगों में काफी नाराजगी देखी गई। लोग उन्हें कोसते नजर आए। लोगों का कहना है कि पहले से ही परीक्षार्थियों को गलत नजर से देखा जा रहा है। जूता-मोजा पहनने पर पाबंदी लगा दी गई है। अब इस प्रकार की हरकत की जा रही है। हालांकि दंडाधिकारी की अपनी दलीलें हैं। उनका कहना है कि चिट-पुर्जा पाए जाने के बाद सभी को दंडित किया गया। लेकिन बड़ा सवाल है कि जब प्रवेश द्वार पर जांच पड़ताल की जाती है तो छात्रों के पास चीट-पूर्जे कहां से आए। अगर चीट था तो परीक्षा नियामवली के तहत निष्कासन क्यों नहीं किया गया। पूरे मामले से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया है। कहते हैं दंडाधिकारी